Kunal Kamra के कॉल रिकॉर्ड और बैंक डिटेल्स की जांच होगी, ‘गद्दार’ टिप्पणी पर विवाद बढ़ा।

Kunal Kamra

मशहूर स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। महाराष्ट्र सरकार ने उनके कॉल रिकॉर्ड और बैंक स्टेटमेंट की जांच करने का निर्णय लिया है। यह फैसला तब आया जब कामरा ने अपने एक स्टैंड-अप शो के दौरान डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे को परोक्ष रूप से ‘गद्दार’ (देशद्रोही) कहकर संबोधित किया था। महाराष्ट्र सरकार में गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने सोमवार को विधानसभा में कहा, “कुणाल कामरा के कॉल रिकॉर्ड और बैंक स्टेटमेंट्स की जांच की जाएगी। हमें पता लगाना होगा कि इसके पीछे कौन है।”

यह विवाद तब और गहरा गया जब शिवसेना नेता संजय निरुपम ने आरोप लगाया कि कामरा के शो की फंडिंग उद्धव ठाकरे के निवास ‘मातोश्री’ से हुई है। उनका दावा है कि इस शो का आयोजन उद्धव गुट के समर्थन से किया गया, जिसका मकसद एकनाथ शिंदे को बदनाम करना था।

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Kunal Kamra :शिवसेना नेताओं की नाराजगी और कामरा की ‘गद्दार’ टिप्पणी

Kunal Kamra  ने मुंबई में हुए अपने स्टैंड-अप कॉमेडी शो में 1997 की फिल्म ‘दिल तो पागल है’ के गाने को पैरोडी में बदलकर एकनाथ शिंदे पर तंज कसा।

उन्होंने कहा: “मेरी नज़र से तुम देखो तो गद्दार नज़र वो आए… हाय!”

Kunal Kamra ने इसके अलावा महाराष्ट्र की राजनीतिक उठापटक को लेकर भी चुटकी ली।

उन्होंने कहा: “पहले शिवसेना बीजेपी से अलग हुई, फिर शिवसेना खुद शिवसेना से अलग हो गई। एनसीपी से एनसीपी बाहर निकल आई, एक ही वोटर को नौ बटन मिल गए, जिससे सब कन्फ्यूज हो गए!”

Kunal Kamra :शिवसेना नेताओं ने दी चेतावनी, होटल में तोड़फोड़

Kunal Kamra  की इस टिप्पणी से शिवसेना (शिंदे गुट) के समर्थक नाराज हो गए। संजय निरुपम ने कहा कि “कामरा ने हमारे सर्वोच्च नेता एकनाथ शिंदे का अपमान किया है। लोग उसे ढूंढ रहे हैं, लेकिन हमें पता चला है कि वह मुंबई छोड़कर कहीं भाग गया है। जब तक वह माफी नहीं मांगता, हम उसे छोड़ेंगे नहीं।”

इस बयान के कुछ ही घंटों बाद शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार इलाके में स्थित होटल यूनिकॉन्टिनेंटल में जमकर तोड़फोड़ की, जहां कामरा का यह शो रिकॉर्ड किया गया था।

Kunal Kamra :महाराष्ट्र सरकार की जांच – बैंक और कॉल रिकॉर्ड होंगे खंगाले

महाराष्ट्र सरकार इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अब कामरा के बैंकिंग और कॉल डेटा की जांच करने जा रही है। गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने विधानसभा में कहा, “हम यह पता लगाएंगे कि इस शो के पीछे किसका हाथ है। क्या इसे किसी राजनीतिक पार्टी से फंडिंग मिली थी?” रिपोर्ट के अनुसार, कामरा के कॉल रिकॉर्ड डेटा (CDR – Call Detail Record) की जांच होगी। इसमें देखा जाएगा कि शो से पहले और बाद में कामरा ने किन लोगों से बात की थी।

Kunal Kamra :कामरा के पुराने विवाद

यह पहली बार नहीं है जब कुणाल कामरा विवादों में आए हैं। इससे पहले भी वह कई बार सरकार और राजनीतिक दलों पर व्यंग्य करने के कारण चर्चा में रहे हैं।

  1. अर्नब गोस्वामी विवाद (2020) – कुणाल कामरा ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी को फ्लाइट में ट्रोल किया था, जिसके बाद उन पर एयरलाइंस कंपनियों ने बैन लगा दिया था।
  2. सुप्रीम कोर्ट पर टिप्पणी – सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले पर व्यंग्य करते हुए न्यायपालिका पर सवाल उठाए थे, जिससे उनके खिलाफ अवमानना की कार्रवाई हुई थी।
  3. बीजेपी और केंद्र सरकार पर कटाक्ष – कामरा कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार की नीतियों पर व्यंग्य कर चुके हैं।

Kunal Kamra :सोशल मीडिया पर जनता की प्रतिक्रिया

Kunal Kamra के बयान और उसके बाद हुई घटनाओं पर सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं।

  • समर्थकों का कहना है कि स्टैंड-अप कॉमेडी में व्यंग्य और आलोचना की स्वतंत्रता होनी चाहिए और सरकार को बोलने की आजादी का सम्मान करना चाहिए।
  • विपक्षी दलों का आरोप है कि महाराष्ट्र सरकार बदले की भावना से काम कर रही है और कॉमेडी को अपराध बना रही है।
  • शिवसेना (शिंदे गुट) के समर्थकों ने कहा कि “नेताओं का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा” और कामरा को “माफी मांगनी चाहिए”।

Kunal Kamra :क्या होगा आगे?

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि:

  1. क्या कुणाल कामरा को पुलिस पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा?
  2. क्या महाराष्ट्र सरकार को उनकी बैंक डिटेल्स में कोई राजनीतिक संबंध मिलेगा?
  3. क्या कामरा इस विवाद पर सफाई देंगे या फिर किसी कानूनी कार्रवाई का सामना करेंगे?

Kunal Kamra :अतिम

Kunal Kamra की एक ‘गद्दार’ टिप्पणी ने महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल ला दिया है। जहां एक ओर शिवसेना (शिंदे गुट) इस पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है, वहीं दूसरी ओर कामरा के समर्थक इसे कॉमेडी की स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं।

महाराष्ट्र सरकार ने उनकी कॉल डिटेल और बैंकिंग रिकॉर्ड की जांच का आदेश दे दिया है, जिससे यह मामला और गंभीर हो सकता है। आने वाले दिनों में यह साफ होगा कि यह विवाद कानूनी मोड़ लेता है या फिर राजनीतिक बहस का मुद्दा बनकर रह जाता है।

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